स्कूल की कक्षाओं के बाद दोपहर में ITBP कैंप में बने क्लास रूम में ये स्मार्ट कक्षाएं (Smart classes) चलाई जाती हैं. इन क्लासेज को ITBP के अधिकारी और जवान खुद चालते हैं. साथ ही, अन्य ITBP के कैंप के अधिकारी इन बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाते हैं.
भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) की 41वीं बटालियन ने छत्तीसगढ़ में नक्सल प्रभावित तैनाती वाले इलाके कोंडागांव जिले के हदेली गांव और आसपास के गांवों के स्कूली बच्चों के लिए स्मार्ट क्लासेज शुरू की हैं. ये क्लासेज कंप्यूटर और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और इंटरनेट के जरिए चलाई जा रही हैं और ITBP के जवानों ने खुद इसके लिए पहल करते हुए सभी बेसिक उपकरणों को इकट्ठा किया है.
अभी लगभग 50 बच्चे इन क्लासेज का लाभ उठा रहे हैं. स्कूल की कक्षाओं के बाद दोपहर में ITBP कैंप में बने क्लास रूम में ये स्मार्ट कक्षाएं चलाई जाती हैं. चूंकि इलाके में मोबाइल नेटवर्क थोड़ा कमजोर है, इसके लिए जवान अपने मोबाइल फोन को पेड़ों के ऊपर या किसी बांस या पोल के जरिए ऊंचाई देते हैं और कक्षा में रखे लैपटॉप को वाईफाई से नेटवर्क मिल जाता है.
दीवार पर प्रोजेक्टर के जरिए होती है पढ़ाई
एक अधिकारी ने बताया कि बच्चों के लिए स्क्रीन को एक दीवार पर एक प्रोजेक्टर के जरिए बढ़ाया जाता है. प्रोजेक्टर से लार्ज स्क्रीन इफेक्ट तैयार किया जाता है और यूट्यूब समेत कई अन्य ऑनलाइन माध्यमों से बच्चों को ज्ञानवर्धक और मनोरंजक माहौल में पढ़ाया जाता है. इसके साथ जवान कक्षा के बच्चों से स्थानीय भाषा हल्बी का भी ज्ञान प्राप्त करते हैं. बच्चों को मुख्य रूप से गणित और अंग्रेजी पढ़ाई जाती है.
ITBP के जवान खुद चालते हैं ये क्लासेज
इन क्लासेज को ITBP के अधिकारी और जवान खुद चालते हैं. कई जवानों को पूर्व में कक्षाएं लगाने और शिक्षा देने का अनुभव है. साथ ही, अन्य ITBP के कैंप के अधिकारी इन बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाते हैं और प्रेरित करने के लिए अपने अनुभव साझा करते हैं. अधिकारी ने बताया कि बच्चों को एनीमेशन फिल्में और बुनियादी शिक्षण वीडियो (Basic Learning Videos) भी दिखाए जाते हैं.